19 December, 2013

दिल्ही दिल में दुलहनी, हनी-मून से रुष्ट-

दिल्ही दिल में दुलहनी, हनी-मून से रुष्ट |
एक पाख बीता मगर, हैं सम्बन्ध अपुष्ट |

हैं सम्बन्ध अपुष्ट, पड़ोसी पत्र पठाये |
हुवे आप संतुष्ट, किन्तु अब तक तड़पाये |

आप लिख रहे पत्र, उलझती डेल्ही बिल में |
तड़पे सत्ता नारि, कोसती दिल्ही दिल में ||

3 comments:

  1. शब्दों में निहित शक्ति से अर्थ राजनीति का आभास 'उलटबांसियों की अनुभूति कराते हैं !

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