06 November, 2017

खिचड़ी

अमीरी में गरीबी में बराबर ही पली खिचड़ी।
तभी तो देश को लगती हमेशा ही भली खिचड़ी।
लिया जब पूर्व से चावल, नमक घी तेल पश्चिम से।
मिलाया दाल उत्तर की, मसाला मिर्च दक्षिण से।

उड़ीसा ने दिया हल्दी, करी पत्ता दिया केरल।
लिया पंजाब का पानी, पतीले में पके पल पल।।
समन्दर पार भारत से निकलकर अब चली खिचड़ी।
अमीरी में गरीबी में बराबर ही पली खिचड़ी।।

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