tag:blogger.com,1999:blog-87853353742102906.post1963245344846576643..comments2023-10-26T02:48:20.620-07:00Comments on "कुछ कहना है": इत खारिज हो याचिका, उत जाता दफ़नाय-रविकर रविकर http://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-87853353742102906.post-4424584814978251412012-11-24T03:53:58.643-08:002012-11-24T03:53:58.643-08:00
मच्छर भी कर दे कभी, घटना बड़ी अनीक |
वाह वाह राजे...<br />मच्छर भी कर दे कभी, घटना बड़ी अनीक |<br />वाह वाह राजेद्र जी, कहते बात सटीक |<br />कहते बात सटीक , मगर संसद के मच्छर |<br />लगते कितने ढीठ, पालते हैं हमलावर |<br />काटे केवल माल, काटते सीधा रविकर |<br />मरेंगे अपनी मौत, मार नहिं पाए मच्छर || रविकर https://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-87853353742102906.post-62393541670164785512012-11-24T03:02:34.044-08:002012-11-24T03:02:34.044-08:00… और आपकी पोस्ट के लिए क्या कहें…
आदरणीय रविकर ...<b> </b> <br /><b> </b> … और आपकी पोस्ट के लिए क्या कहें…<br /><b> </b><b> आदरणीय रविकर जी </b> <br /><b> </b> <br /><b> </b>हमेशा की तरह श्रेष्ठ और उत्कृष्ट रचनाओं से भरपूर !!<b> </b> <br /><b> </b>आभार !Rajendra Swarnkar : राजेन्द्र स्वर्णकारhttps://www.blogger.com/profile/18171190884124808971noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-87853353742102906.post-34418960635993888582012-11-24T02:59:48.676-08:002012-11-24T02:59:48.676-08:00हमलावर यह सिद्ध, कराती सत्ता हांसी |
राष्ट्र-शत्रु...<b> </b> <br /><b>हमलावर यह सिद्ध, कराती सत्ता हांसी |<br />राष्ट्र-शत्रु यह घोर, छुपा कर क्यूँ हो फांसी || </b> <br /><b> </b>सच में इस झूठी और घोटालेबाज सरकार पर शक़ यहां तक होता है कि कसाब को सचमुच फांसी हुई भी है या नहीं ?!<br /><b> </b><br />जो भी हो मच्छर बधाई का पात्र है <b> </b> <br /><b> </b> :)<br />मैंने लिखा -<br /><b><a href="https://www.facebook.com/notes/rajendra-swarnkar/%E0%A4%9C%E0%A4%BE%E0%A4%97%E0%A4%BE-%E0%A4%AE%E0%A4%9A%E0%A5%8D%E0%A4%9B%E0%A4%B0-%E0%A4%8F%E0%A4%95/469151899794595" rel="nofollow">सोया शासन-तंत्र तब जागा मच्छर एक !<br />काम बुरे सौ-सौ किये , एक कर गया नेक !!<br />काम कर गया नेक , काट कर आतंकी को !<br />दोज़ख़ दीन्हा भेज , कसबिये ज़ेहादी को !!<br />क्रेडिट ले सरकार ; कसब का कुनबा रोया !<br />अफ़जल ! करले ख़ैर… जब तलक शासन सोया !!<br /></a></b> <br /> <b> </b> …<br /> <b>शुभकामनाओं सहित…</b><br /><br /><b> </b> <br /><b> </b> Rajendra Swarnkar : राजेन्द्र स्वर्णकारhttps://www.blogger.com/profile/18171190884124808971noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-87853353742102906.post-80334446243725039792012-11-23T15:14:46.899-08:002012-11-23T15:14:46.899-08:00छुपा कर क्यूं दी फाँसी ,सरे आम होनी चाहिये थी बीच ...छुपा कर क्यूं दी फाँसी ,सरे आम होनी चाहिये थी बीच बज़ार ।Asha Joglekarhttps://www.blogger.com/profile/05351082141819705264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-87853353742102906.post-86646549689681075752012-11-23T03:37:09.095-08:002012-11-23T03:37:09.095-08:00जबरदस्त। वेद प्रताप वैदिकजी के विचार आपकी बीच वाली...जबरदस्त। वेद प्रताप वैदिकजी के विचार आपकी बीच वाली कुण्डली की पुष्टि करते हैं।कुमार राधारमणhttps://www.blogger.com/profile/10524372309475376494noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-87853353742102906.post-50372284024455694212012-11-21T22:05:37.039-08:002012-11-21T22:05:37.039-08:00बहुत सराहनीय प्रस्तुति.बहुत सराहनीय प्रस्तुति.Madan Mohan Saxenahttps://www.blogger.com/profile/02335093546654008236noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-87853353742102906.post-74155492384265575582012-11-21T21:06:57.005-08:002012-11-21T21:06:57.005-08:00एक आतंकवादी की मौत की कहानी आदरणीय रविकर की बयानी ...एक आतंकवादी की मौत की कहानी आदरणीय रविकर की बयानी <br />सभी कुंडली सटीक हैं <br />लगा एक का भोग अकेला-<br />महाकाल हाथों को मींजा ||<br />चौसठ लोगों का शठ खूनी -<br />रविकर ठंडा आज कलेजा ||यह भी खूब रही <br />बहुत बढ़िया है UMA SHANKER MISHRAhttps://www.blogger.com/profile/06099647965326076377noreply@blogger.com