31 March, 2011

1999 का नव-वर्ष

वायदा किया था अठहत्तर में पर |
आज निन्यानवे का नया फेर है --
छोड़ छुट्टा दिया न रहा काम का 
अब समय-सेर के सिर सवा सेर है || 
premika-090908058.jpg


था दिया के तले तब अँधेरा बहुत 
 आज ऊपर अँधेरा दिया के किया |
  मै समझता रहा बीस बस बीस में 
   टाल इक्कीस में, क्या किया कर दिया ??


दृष्टि दोषी हुई दोष आया नजर 
पास की चीज पर ये हुई बे-असर |
किन्तु दूर-दृष्टि अभी भी सही 
ताकती जो रहीं ये तुम्हारी डगर ||
 
अब न आये तो आओगे कब तुम सनम 
  कितने पतझड़ गए,कितने मौसम गुजर |
  दिन का यौवन ढला, धूप मद्धिम हुई 
  तेज 'रविकर' घटा, कब तक ताकूँ डगर ||

1 comment:

  1. अब न आये तो आओगे कब तुम सनम
    कितने पतझड़ गए,कितने मौसम गुजर |
    दिन का यौवन ढला, धूप मद्धिम हुई
    तेज 'रविकर' घटा, कब तक ताकूँ डगर ||
    बहुत खूब .

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