संस्थान का एक लिपिक
रंगे-हाथों धराया ||
मातु-स्तन से न भरा, जब बच्चे का पेट |
चच्चे का चूसे चपल, तो अंगुष्ठ चहेट |
संस्थान बदनाम, बिगाड़े रविकर किस्मत |
होता काम तमाम, डुबाये टेढ़ी हिकमत ||
मातु-स्तन से न भरा, जब बच्चे का पेट |
चच्चे का चूसे चपल, तो अंगुष्ठ चहेट |
तो अंगुष्ठ चहेट, गेट कर बंद अनधिकृत।
लेता लोभ लपेट, समझता रिश्वत अमृत |
लेता लोभ लपेट, समझता रिश्वत अमृत |
संस्थान बदनाम, बिगाड़े रविकर किस्मत |
होता काम तमाम, डुबाये टेढ़ी हिकमत ||
इंडियन स्कूल ऑफ़ माइंस, धनबाद के
प्रथम वर्ष इलेक्ट्रोनिक्स
के छात्रों का स्वागत है -
(1) स्वागत शुभ शुभ हे रथी, महारथी सी ख्यात |
नियत अवधि में प्राप्त कर, खुश कर रिश्ते-नात |
खुश कर रिश्ते-नात, पांत जिस में तुम शामिल |
जाग जाग दिन रात, लाख दस में बन काबिल |
खुद से करना प्रश्न , कभी जो आलस आये |
रख खुद को चैतन्य, कभी न दिल कुम्हलाये ||
(2)
संस्थान विख्यात है, मूल विषय भू-गर्भ |
मिलियन ईयर में नपे, महा-युगी सन्दर्भ |
महा-युगी सन्दर्भ, ओपल हीर-रुबियाँ |
खनिज गैस पेट्रोल, भिन्न सी भरी खूबियाँ |
रविकर नैनो-सेकेण्ड, नापते सिस्टम सारे |
खड़ा बड़ा चैलेन्ज, सामने यही तुम्हारे ||
मिलियन ईयर में नपे, महा-युगी सन्दर्भ |
महा-युगी सन्दर्भ, ओपल हीर-रुबियाँ |
खनिज गैस पेट्रोल, भिन्न सी भरी खूबियाँ |
रविकर नैनो-सेकेण्ड, नापते सिस्टम सारे |
खड़ा बड़ा चैलेन्ज, सामने यही तुम्हारे ||
जाने ये सलासिल कब रुकेंगे....
ReplyDeleteबहुत बढ़िया रचना...
सादर
लिखे कविता जो रवि,
ReplyDeleteपढ़ करके विज्ञान
रच सकता साहित्य है,
अब तक जो अंजान!
बहुत ही शर्मनाक बात है..... और खासतौर पर मेरे लिये क्योंकि मैं स्वयं INDIAN SCHOOL OF MINES का छात्र रहा हूं।..... अगर यही करना था तो देश की सबसे कठिन प्रवेश परीक्षा IIT JEE का कोई मतलब नहीं रह जाता
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