रहम करो रहमान पर, रब का बन्दा नेक ।
बादशाह की रोटियां, रहा आग पर सेंक । रहा आग पर सेंक, बिचारा बड़ा अभागा । गौरी छिब्बर खान, किरण जस गोली दागा । सौ करोड़ का प्यार, कलंकित आज करे है । हाफिज तो मक्कार, हिफाजत के नखरे हैं ।। |
भुट्टो को फाँसी मिली, बेनजीर का क़त्ल |
ख्वाहिश तेरी गर दिली, नहीं लगाओ अक्ल |
नहीं लगाओ अक्ल, शक्ल के बड़े पुजारी |
जाय बसों तुम पाक, भरे हैं वहाँ फरारी |
कुछ दिन लोगे झेल, किन्तु जब जाओ हूरे |
आना वापस भाग, अधूरे करने पूरे ||
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ओ-वेशी मत बकबका, मुहाजिरों को देख |
सर्वाइव कैसे करें, शिया मियां कुल शेख | शिया मियां कुल शेख, पाक की हालत बदतर | इत मुस्लिम खुशहाल, किसी से हैं क्या कमतर ? विश्लेषण अनुसार, हिन्दु है बड़ा हितैषी | पुरखे जाते बाट, बाट मत अब ओबेशी || |
आपकी इस उत्कृष्ट पोस्ट की चर्चा बुधवार (30-01-13) के चर्चा मंच पर भी है | जरूर पधारें |
ReplyDeleteसूचनार्थ |
सार्थक प्रस्तुति मानवाधिकार व् कानून :क्या अपराधियों के लिए ही बने हैं ? आप भी जाने इच्छा मृत्यु व् आत्महत्या :नियति व् मजबूरी
ReplyDeleteउत्कृष्ट व्यगात्मक एवं तथ्ययुक्त प्रस्तुति कृतघन के मुह पे करार तमाचा , ...
ReplyDeleteबहुत ही तर्कसंगत और सार्थक प्रस्तुती,आभार।
ReplyDeleteओ-वेशी मत बकबका, मुहाजिरों को देख |
ReplyDeleteसर्वाइव कैसे करें, शिया मियां कुल शेख |
शिया मियां कुल शेख, पाक की हालत बदतर |
इत मुस्लिम खुशहाल, किसी से हैं क्या कमतर ?
विश्लेषण अनुसार, हिन्दु है बड़ा हितैषी |
पुरखे जाते बाट, बाट मत अब ओबेशी ||
बढ़िया प्रस्तुति बढ़िया व्यंग्य फटकार परिहास सब कुछ एक साथ .आभार .
वाह ! सटीक कटाक्ष..
ReplyDeleteबढ़िया सटीक कटाक्ष..!!
ReplyDeletebhut khub bhai
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