मधुर भाव लिये भावुक करती रचना,बहुत अद्भुत अहसास...सुन्दर प्रस्तुति
कुंडली स्वरुप रचना ... बहुत खूब...
क्या पता भूल जाएं प्रेम पुजारी के मरने पे ... हा हा ... उनकी तो अदा ही ऐसी होती है ... बहुत खूब ...
बढ़िया तंज .
प्रभावशाली ,जारी रहें।शुभकामना !!! आर्यावर्त (समृद्ध भारत की आवाज़) आर्यावर्त में समाचार और आलेख प्रकाशन के लिए सीधे संपादक को editor.aaryaavart@gmail.com पर मेल करें।
behtreen.....
मधुर भाव लिये भावुक करती रचना,बहुत अद्भुत अहसास...सुन्दर प्रस्तुति
ReplyDeleteकुंडली स्वरुप रचना ... बहुत खूब...
ReplyDeleteक्या पता भूल जाएं प्रेम पुजारी के मरने पे ... हा हा ... उनकी तो अदा ही ऐसी होती है ... बहुत खूब ...
ReplyDeleteबढ़िया तंज .
ReplyDeleteप्रभावशाली ,
ReplyDeleteजारी रहें।
शुभकामना !!!
आर्यावर्त (समृद्ध भारत की आवाज़)
आर्यावर्त में समाचार और आलेख प्रकाशन के लिए सीधे संपादक को editor.aaryaavart@gmail.com पर मेल करें।
behtreen.....
ReplyDelete