01 February, 2013

नाम हिन्दु इस्लाम, बजाये मारू बाजा-

बाजारू माहौल है, सड़ा-गला सब बेंच |
बेन्च-मार्क होवे अगर, फिर काहे का पेंच |

फिर काहे का पेंच, दुकाने ऊँची ऊँची |
काट खटाखट पेस्ट, मिले ना कहीं समूची |

बेचारा इन्सान, कहाँ पर करे तकाजा |
नाम हिन्दु इस्लाम, बजाये मारू बाजा ||

2 comments:

  1. शुक्रिया आपकी टिपण्णी का .बढ़िया प्रस्तुति है भाई साहब .

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  2. बेचारा इन्सान, कहाँ पर करे तकाजा |
    नाम हिन्दु इस्लाम, बजाये मारू बाजा ||


    बढिया

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