सन्देश: 31 मार्च तक ब्लॉग जगत से दूर हूँ-रविकर
शुभ-होली
छापा करुना पर पड़ा, ममता थी निर्दोष ।
शुभ-होली
छापा करुना पर पड़ा, ममता थी निर्दोष ।
महाठगिन माया ठगी, हृदय मुलायम तोष ।
हृदय मुलायम तोष, बड़ा मोहन मन सच्चा ।
छोड़ हमें जो जाय, उड़ा देते परखच्चा ।
सी बी आय संकेत, खो रही सत्ता आपा ।
टला बहुत स्टालिन, आज पड़ जाता छापा ॥
sateek !
ReplyDeleteसी बी आय संकेत, खो रही सत्ता आपा ।
ReplyDeleteबहुत सही ।
होली की अग्रिम बधाइयाँ.
ReplyDeleteसुन्दर और सटीक !!
ReplyDeleteआपको होली कि हार्दिक बधाइयां !!
आभार !!
श्लेष अलंकार विचित्र मजेदार है !
ReplyDeleteभाई साहब मित्र होली की अग्रिम वधाई !!
ReplyDeleteहोली पर आपकी कमी खल रही है।
ReplyDeleteआपकी छुट्टी नामंजूर..
बहुत बहुत मुबारक हो होली
होली की हार्दिक बधाई सर! ... होली के बाद भी जारी... :-)
ReplyDeleteहम भी इधर कुछ ज़्यादा ही व्यस्त रहे..
~सादर!!!