अट्ठारह से कम वयस, बल्ले बल्ले बोल ।
सोलह की लेगा पटा, विद्यालय में डोल ।
विद्यालय में डोल, पटा के मजा लूटता ।
अजमा ले गर जोर, नहीं कानून टूटता ।
मजनूं कालेज छोड़, इधर हो रहे इकट्ठा ।
विद्यालय का मोड़, रोज जाता अब पट्ठा ॥
अट्ठारह सोलह लड़े, भूला सतरह साल-
अट्ठारह सोलह लड़े, भूला सतरह साल |
कम्प्रोमाइज करो झट, टालो तर्क बवाल |
टालो तर्क बवाल, आयु सतरह करवाओ |
करो नहीं अंधेर, सख्त कानून बनाओ |
फास्ट ट्रैक में केस, जड़ों पे डालो मठ्ठा |
नाशों पाप समूल, बिठा मत मंत्री भट्ठा ||
जबरदस्त !!
ReplyDeleteबहुत सटीक बहुत प्रासंगिक .शुक्रिया हमें चर्चा मंच में बिठाने के लिए सूचना देने का .
ReplyDeleteक्या बात, बहुत सुंदर
ReplyDeleteजबरदस्त ... सामयिक ... मोके पे चौका है ये ...
ReplyDeleteसुंदर कुण्डलिया...
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