28 September, 2013

नहिं *अधि ना आदेश, मात्र दिख रहा हादसा-

(1)

प्रणव नाद सा मुखर जी, पाता है सम्मान |

मौन मृत्यु सा बेवजह, ले पल्ले अपमान |



ले पल्ले अपमान , व्यर्थ मुट्ठियाँ भींचता |

बेमकसद यह क्रोध, स्वयं की कब्र सींचता |



नहिं *अधि ना आदेश, मात्र दिख रहा हादसा |

रविकर हृदय पुकार, आज से प्रणव नाद सा ||

*प्रधान

(2)

दागी अध्यादेश पर, तीन दिनों में खाज |
श्रेष्ठ मुखर-जी-वन सदा, धत मौनी युवराज |

धत मौनी युवराज, बड़े गुस्से में लालू |
मारक मिर्ची तेज, चाट ले किन्तु कचालू |

सुबह मचाये शोर, नहीं महतारी जागी |
शीघ्र बुला के प्रेस, गोलियां भर भर दागी ||

5 comments:

  1. राहुल बालक का बयान पाकिस्तानी तैयारों(लड़ाकू विमानों ) के उस व्यवहार के समान है जिन्हें दिल्ली पर बमबारी करने भेजा जाता है वह अम्बाला के अस्पताल पर बम फैंक के भाग जाते हैं .

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  2. नाच न जाने आंगन टेढ़ा
    चल रही हाथ की अभिनय क्रीड़ा

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  3. शुक्रिया आपकी अद्यतन रचनाओं का जो सर्वथा प्रासंगिक बनी रहतीं हैं .

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  4. युवराज को गुस्सा क्यों आता है ...

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  5. गुस्सा नही अभिनय होता है ये सब कुछ

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