(1)
लहजा रहा मजाकिया, वैसे बड़ा शरीफ |
मजा किया इत आय के, पाई पाक रिलीफ |
पाई पाक रिलीफ, औरतों पर खिसियाता |
बेनजीर का भूत, फिदाइन से घबराता |
मीठे मीठे बोल, बात जो चाहे कह जा |
आतंकी घुसपैठ, छिनालों वाला लहजा |
(2)
तीखा हमला कर रहे, जब अपने युवराज |
इनसे आगे चल पड़े, मोदी और नवाज |
मोदी और नवाज, शराफत दोनों छोड़ें |
त्याग समर्पण कर्म, प्यार के हाथ मरोड़ें |
पी एम् गांधी भक्त, बात जनपथ की भाती |
बोलो साध्वी नारि, नहीं औरत देहाती ||
तीखी बात कह दि आपने बातों ही बातों में ...
ReplyDelete