वाह ! बहुत बढ़िया कहा है ..
बहुत सुंदर और सामयिक रचना
जो भी हो रहा है बहुत दुखद है..
''सरकारी लाशों'' ने क्या से क्या बना दिया है देशकाल को !!!!!!!!
बहुत ही सुन्दर!
सामयिक विषय पर बहुत सुन्दर कुण्डलियाँ नई पोस्ट अनुभूति : नई रौशनी !नई पोस्ट साधू या शैतान
वाह ! बहुत बढ़िया कहा है ..
ReplyDeleteबहुत सुंदर और सामयिक रचना
ReplyDeleteजो भी हो रहा है बहुत दुखद है..
ReplyDelete''सरकारी लाशों'' ने क्या से क्या बना दिया है देशकाल को !!!!!!!!
ReplyDeleteबहुत ही सुन्दर!
ReplyDeleteबहुत ही सुन्दर!
ReplyDeleteसामयिक विषय पर बहुत सुन्दर कुण्डलियाँ
ReplyDeleteनई पोस्ट अनुभूति : नई रौशनी !
नई पोस्ट साधू या शैतान