27 November, 2013

छित्बल मामा आज का, रखता तेज सहेज-

दुर्बल मामा कंस था, मारा भांजा तेज |
छित्बल मामा है चतुर, राखा तेज सहेज |

राखा तेज सहेज, कमल पर कीचड़ डाले |
पेज थ्री पर भेज, टटोले देखे भाले |

*सोम-योनि सिर लेप, डाल आशा का कम्बल |
नारायण को थाम, भटकता लेकिन दुर्बल ||,  

*सोम-योनि =हरिचन्दन 

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