नकारात्मक गुण छिपा, ले ईमान की आड़ ।
व्यवहारिकता की कमी, दुविधा रही बिगाड़ ।
दुविधा रही बिगाड़, तर्क-अभिव्यक्ति जरुरी ।
अभी अपेक्षा आप, करो दिल्ली की पूरी ।
पानी बिजली सहित, प्रशासन स्वच्छ सकारा ।
वायदे करिये पूर, अन्यथा कहूं नकारा ॥
:) जी !
ReplyDeleteईश्वर करे, शीघ्र 'दिल्ली' में कोई मसीहा आये !
ReplyDeleteयत्न करे, संघर्ष करे फिर नव परिवर्तन लाये ||
राजनीति में संशोधन कर इस को शुद्ध बनाए
न्याय -नीति का सब को उज्जवल उतम पन्थ बताए ||
nc blog / nc post sir :)
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