निर्मल हास्य
ताड़ा जे एन यू सकल, गया हैदराबाद ।
किन्तु बहू पाई नहीं, था गहरा अवसाद ।
था गहरा अवसाद , बैठ संसद में जाए ।
बहू वहीँ दे धोय, और पप्पू अकुलाये ।
नहीं करूँगा व्याह, कसम झट खाए पाड़ा ।
बहू बन गई सास, मॉम के साथ लताड़ा ॥
:) बढ़िया ।
ReplyDelete:) बढ़िया ।
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