करे नहीं परमाणु बम, राष्ट्र नेस्तनाबूद।
रविकर शिक्षा में नकल, देगा मिटा वजूद।
देगा मिटा वजूद, भवन-पुल गिरे भरभरा।
अर्थ-न्याय-विधि आदि, व्यवस्था जाय चरमरा।
हो यदि शिक्षा ध्वस्त, राष्ट्र फिर कैसे निखरे।
मानवता मर जाय, कसे फिर दुनिया फिकरे ।
आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल मंगलवार (06-06-2017) को
ReplyDeleteरविकर शिक्षा में नकल, देगा मिटा वजूद-चर्चामंच 2541
पर भी होगी।
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सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
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चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक
सटीक।
ReplyDeleteसच नक़ल हमारी शिक्षा प्रणाली पर बट्टा लगा रहा है!
ReplyDeleteबहुत अच्छी जागरूक प्रस्तुति