06 September, 2011

सूत्रधार सरकार


                        (कुंडली)
पड़ी   रेड    रेड्डी    गए,   सीधे    कारावास |
सुषमा पर मुश्किल पड़ी, बकती बस बकवास |

बकती बस बकवास,  बताओ राजा किसका |
कलमाड़ी  भी  आज, करोड़ों खा के खिसका |

वोटों की दरकार,  अमर की उछली  पगड़ी|
सूत्रधार  सरकार,  मसले  पर  औंधी  पड़ी ||

11 comments:

  1. बकती बस बकवास, बताओ राजा किसका |
    कलमाड़ी भी आज, करोड़ों खा के खिसका |
    रविकर जी आपकी रचनात्मक ऊर्जा इसी तरह सलामत रहे .बहुत सुन्दर समायोजन दोहावली में राजनीति के प्रदूषण पर्व का .बधाई !

    राजनीति में प्रदूषण पर्व है ये पर्युषण पर्व नहीं .

    कबीरा खडा़ बाज़ार में

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  2. बिलकुल ताज़ा हालात .....

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  3. प्रासंगिक रचना ..

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  4. प्रिय रविकर जी हार्दिक अभिवादन
    बहुत सुन्दर और सटीक , चाहे पगड़ी उछले चाहे कोई तानाशाह बने शर्म कहाँ बची ....सब धो के पी लिए
    आभार इतनी सुन्दर रचना प्रस्तुत करने पर
    भ्रमर ५

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  5. हा हा ... अब देखो अमर क्या गुल खिलाते हैं ...

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  6. भाई रविकर जी चर्चा मंच के लिए अनुमति की आवश्कता नहीं है |कुंडलियाँ बहुत सुंदर लगीं |बधाई

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  7. सामयिक विषय पर बेलौस टिप्पणी !

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  8. बहुत सुन्दर / बहुत सही.

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