25 October, 2011

शोएब-चैपल कलम घिस्सू , गेम के लीचड़ बड़े |

File:Sachin Tendulkar.jpg

भगवान् पर अंगुली उठाकर आजकल बनते बड़े |
अश्लील चित्रण देवियों का,  आँख में भरसक गड़े |
जब हाथ कंगन आरसी क्या , झूठ के पर्वत  खड़े |
शोएब-चैपल कलम घिस्सू , गेम  के लीचड़ बड़े  |



जब खूब छक-के खाय छक्के,  पैंट गीली हो गई |
तो खुद-ब-खुद रफ़्तार उसकी,  पस्त ढीली हो गई |
फिर पाक ने पतलून फाड़ी,  कर्ज भारी चढ़ गया |
अब दाल रोटी न चले तो,  इक कहानी गढ़ गया || 



जब ब्रेड्मैनो ने जताया, है खिलाड़ी ये बड़ा |
तब कोच बन कर था डुबाया, खाट खेला का खड़ा |
 वर्ल्ड कप पिछला ही जीता, गाल पर थप्पड़ जड़ा |
है मानसिक रोगी ग. चैपल,  बेड ले खाली पड़ा ||

Career statistics
Competition Test ODI FC LA
Matches 181 453 285 540
Runs scored 14,965 18,111 23,884 21,663
Batting average 56.25 45.16 59.26 45.89
100s/50s 51/61 48/95 78/107 59/113
Top score 248* 200* 248* 200*
Balls bowled 4,132 8,032 7,497 10,220
Wickets 45 154 70 201
Bowling average 53.68 44.32 61.54 42.11
5 wickets in innings 0 2 0 2
10 wickets in match 0 n/a 0 n/a
Best bowling 3/10 5/32 3/10 5/32
Catches/stumpings 108/– 136/– 176/– 171/–

10 comments:

  1. गेम के लीचड बडे इन कलम घिस्सूओं पर क्या ध्यान देना । सचिन तो बस दी सचिन हैं ।

    ReplyDelete
  2. छंद के साथ-साथ क्रिकेट के आंकडे भी
    बहुत खूब

    ReplyDelete
  3. रविकर जी क्या बात है.
    आपकी प्रस्तुति कमाल की है.

    दीपावली के पावन पर्व की हार्दिक शुभकामनाएँ.

    समय मिलने पर मेरे ब्लॉग पर भी आईयेगा.

    ReplyDelete
  4. बहुत खूब सर!

    आपको सपरिवार दीपावली की हार्दिक शुभ कामनाएँ!

    सादर

    ReplyDelete
  5. बढिया लिखा ..
    .. आपको दीपोत्‍सव की शुभकामनाएं !!

    ReplyDelete
  6. रविकर जी,
    दीपावली की मंगलकामनायें!
    ********************

    साल की सबसे अंधेरी रात में*
    दीप इक जलता हुआ बस हाथ में
    लेकर चलें करने धरा ज्योतिर्मयी

    बन्द कर खाते बुरी बातों के हम
    भूल कर के घाव उन घातों के हम
    समझें सभी तकरार को बीती हुई

    कड़वाहटों को छोड़ कर पीछे कहीं
    अपना-पराया भूल कर झगडे सभी
    प्रेम की गढ लें इमारत इक नई
    ********************

    ReplyDelete
  7. Kya karen ji baat inki
    Pit-pit ke jo baahar huve
    Hain aankde dete gavaahi
    Nahin dekhte kyon ye mue!

    ReplyDelete
  8. सुन्दर छन्द बद्ध प्रस्तुति
    दिवाली, भाई दूज और नव वर्ष की शुभकामनायें

    ReplyDelete
  9. **************************************
    *****************************
    * आप सबको दीवाली की रामराम !*
    *~* भाईदूज की बधाई और मंगलकामनाएं !*~*

    - राजेन्द्र स्वर्णकार
    *****************************
    **************************************

    ReplyDelete
  10. बहुत ही अच्छा लिखा है आपने ,,,
    सुन्दर प्रस्तुति ..

    ReplyDelete