27 March, 2012

बँधी गरैयाँ गले में, गरिमा गिरे धढ़ाम -

बँधी गरैयाँ गले में, गरिमा गिरे धढ़ाम ।
औंधे मुँह निकले नहीं, राम राम हे राम ।

राम राम हे राम, लगे ना सेक्युलर भैया ।
कलुवा मलुवा शरद, कृष्ण-मन भैंस चरैया।

कजरी के  कटु बोल, सहे न जाएँ उनसे ।
पान सिंह तोमर, कहे पर डाकू दिल से ।।

http://www.filmitown.com/wp-content/uploads/2012/02/Movie-preview-of-Paan-Singh-Tomar-Irrfan-Khan.jpg

2 comments:

  1. कजरी के कटु बोल, सहे न जाएँ उनसे ।
    पान सिंह तोमर, कहे पर डाकू दिल से very nice...

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  2. है जब से माफी मिली,निकले डाकू बिल से
    अनुभव संसद का मिला,क्यों न बोलें दिल से!

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