देश द्रोह न होय, बड़ा ही बढ़िया पट्ठा |जाता भट्ठा बैठ, अगर न खुलता चिट्ठा || bilkul sahi bat ravikar jee......
..तिल का ताड़,चिट्ठियों का पहाड !
देश द्रोह न होय, बड़ा ही बढ़िया पट्ठा |
ReplyDeleteजाता भट्ठा बैठ, अगर न खुलता चिट्ठा || bilkul sahi bat ravikar jee......
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