भई वाह...!
आप स्वस्थ रहें यही कामना है
aap sheeghra swasth hon, yahee shubhakaamana hai.
जल्द ठीक हों ..शुभकामनाएं !!
आपके इस सुन्दर प्रविष्टि की चर्चा कल दिनांक 19-03-2012 को सोमवारीय चर्चामंच पर भी होगी। सूचनार्थ
चलिए जी जल्दी जल्दी स्वस्थ हों आप
तन की गाँठ कटाय, दवा खाकर हूँ बैठा ।कहाँ कटे मन गाँठ, विकल-मन रहता ऐंठा ।।मन के हारे हार है मन के जीते जीत ,मन जीते जग जीत.मन से आवे काया में भैया, जी हर रोग मन को मांजो रहो निरोग .
शीघ्र स्वस्थ हो .छंदों की बन्दों को ,बन्दों की छंदों को, अभी बहुत आवश्यकता है ..... सुन्दर रचना ,बधाईयाँ जी /
चलिए किसी भी गाँठ से तो मुक्ति मिली..शुभकामनाये..
तन की गांठ तो डॉक्टर काट देगा मन की तो खुद ही काटनी पडेगी ।
बेहतरीन प्रस्तुति।
क्या बात है बहुत खूब |
हम सब के शरीर में कई गांठें होती हैं जिन पर बिरले ही ध्यान जाता है। शरीर में किसी भी प्रकार की गांठ मन की गांठ का ही नतीज़ा होती है।
भई वाह...!
ReplyDeleteआप स्वस्थ रहें यही कामना है
ReplyDeleteaap sheeghra swasth hon, yahee shubhakaamana hai.
Deleteजल्द ठीक हों ..
ReplyDeleteशुभकामनाएं !!
आपके इस सुन्दर प्रविष्टि की चर्चा कल दिनांक 19-03-2012 को सोमवारीय चर्चामंच पर भी होगी। सूचनार्थ
ReplyDeleteचलिए जी जल्दी जल्दी स्वस्थ हों आप
ReplyDeleteतन की गाँठ कटाय, दवा खाकर हूँ बैठा ।
ReplyDeleteकहाँ कटे मन गाँठ, विकल-मन रहता ऐंठा ।।
मन के हारे हार है मन के जीते जीत ,मन जीते जग जीत.
मन से आवे काया में भैया, जी हर रोग
मन को मांजो रहो निरोग .
शीघ्र स्वस्थ हो .छंदों की बन्दों को ,बन्दों की छंदों को, अभी बहुत आवश्यकता है ..... सुन्दर रचना ,बधाईयाँ जी /
ReplyDeleteचलिए किसी भी गाँठ से तो मुक्ति मिली..शुभकामनाये..
ReplyDeleteतन की गांठ तो डॉक्टर काट देगा मन की तो खुद ही काटनी पडेगी ।
ReplyDeleteबेहतरीन प्रस्तुति।
ReplyDeleteक्या बात है बहुत खूब |
ReplyDeleteहम सब के शरीर में कई गांठें होती हैं जिन पर बिरले ही ध्यान जाता है। शरीर में किसी भी प्रकार की गांठ मन की गांठ का ही नतीज़ा होती है।
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