हाफिज सईद को हमने नहीं बुलाया था,वह अपने आप आकर पास में बैठ गया- यासीन मलिक
.कितना भोले हो तुम यासीन....यह इस सदी का ऐतिहासिक बयान है :-)
अय्यासी यासीन की, श्री हाफिज के साथ |
गिफ्ट मिनिस्टर भेजते, वीजा हाथों हाथ |
गिफ्ट मिनिस्टर भेजते, वीजा हाथों हाथ |
वीजा हाथों हाथ, गलत-फहमी मत पालो |
संघी-भाजप दुष्ट, यहाँ से शीघ्र हंकालो ।
बढ़िया वो आतंक, नहीं देंगे अब फांसी ।
करने दो कुछ रोज, मियां उसको अय्यासी ।।
गद्दारों की एक बड़ी तादाद पाल रहा है यह देश !
ReplyDeleteकटारी मारी है भाषा की .क्या बात है नजरिया की तंज की .
ReplyDeleteबढ़िया तंज सरकार के दोगले चरित्र पर .विदेशी ज़मीन पर विनोद रॉय एक प्रस्ताव रखें तो पाप ,यासीन मियाँ मुख खोले हिन्दुस्तान के खिलाफ तो पुण्य .
ReplyDeleteयही हो रहा है-और सब दर्शक बने हैं!
ReplyDeleteये राह देख रहे हैं चुनाव कुछ और नजदीक आये तो दे ।
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