13 February, 2013

लीगल वेश्यावृत्ति, दलाली लीगल छलिया-


इठलाये इटली इतर, *इमदादी इनकार ।
ईंटा-गारा पाय के, बनवाई घर चार ।

बनवाई घर चार, नहीं इतराज कीजिये ।
पीजा वीजा खाय, बड़ा कप चाय पीजिये ।

जायेंगे कुल भूल, चूल बेशक हिल जाये ।
पर आए सरकार, देश फिर से इठलाये ।।
*सहायता पाने वाला


लाली मेरे लाल की, यह इटली सरकार -


 लाली मेरे लाल की, यह इटली सरकार ।
नहीं पचा पाई कुटिल, मामा को धिक्कार । 

मामा को धिक्कार, दुष्ट-त्यागी को खोजो ।
चापर चॉपर करे, पकड़ लो शामिल जो जो ।

करूँ नहीं विश्वास, तेज इसकी बिकवाली ।
हैं चुनाव अब पास, मांगते लोग दलाली ।।


 लिया दिया कुछ न किया, पिया एक-दो जाम ।
जाम रास्ता करो क्यूँ,  गलत जाय पैगाम ।

गलत जाय पैगाम, रहे चालू यह विनिमय ।
बिना चढ़ावा पाय, नहीं सुनते प्रभु जय जय ।

लीगल वेश्यावृत्ति, दलाली लीगल छलिया ।
शक्तिमान कल्युगे, यही सम्बल है बलिया ।
 

7 comments:

  1. बहुत ही सुन्दर मान्यवर.

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  2. जबरजस्त व्यंग श्रीमान ,शुभकामनाये

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  3. जायेंगे कुल भूल, चूल बेशक हिल जाये ।
    पर आए सरकार, देश फिर से इठलाये ।।
    sarthak vyang----bahut khub

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  4. मामा को धिक्कार, दुष्ट-त्यागी को खोजो ।



    चापर चॉपर करे, पकड़ लो शामिल जो जो ।

    सही कहा रविकर जी ।



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  5. क्या बात
    बहुत सुंदर रविकर जी

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