दिल्ली में पर्यटन का, करना है विस्तार ।
टैग लगी लाइन मिली, लिख दिल्ली दिलदार ।
लिख दिल्ली दिलदार, छुपा इतिहास अनोखा ।
किन्तु रहो हुशियार, यहाँ पग पग पर धोखा ।
लूट क़त्ल दुष्कर्म, ठोकते मुजरिम किल्ली ।
रख ताबूत तयार, रिझाए दुनिया दिल्ली ॥
ReplyDeleteलिख दिल्ली दिलदार, छुपा इतिहास अनोखा ।
किन्तु रहो हुशियार, यहाँ पग पग पर धोखा ।
बढिया, आप सच में दिल्ली को बहुत करीब से समझ गए.. वाकई
देवी सिध्धिदात्री माता -दिवस की वधाई !
ReplyDeleteगलियों गलियों बागों बागों घूमे बन् कर बंजारा |
समझो वह है अपनी धरती मैया का सब से प्यारा ||
बढ़िया !
ReplyDeletelatest post तुम अनन्त