31 August, 2013

खड़ी निकाले खीस, रेप वह भी तो झेले-


टला फैसला दस दफा, लगी दफाएँ बीस |
अंध-न्याय की देवि ही, खड़ी निकाले खीस |

खड़ी निकाले खीस, रेप वह भी तो झेले |
न्याय मरे प्रत्यक्ष, कोर्ट के सहे झमेले |

नाबालिग को छूट, बढ़ाए विकट हौसला |
और बढ़ेंगे रेप, अगर यूँ टला फैसला ||

2 comments:

  1. नाबालिग को छूट, बढ़ाए विकट हौसला |
    और बढ़ेंगे रेप, अगर यूँ टला फैसला ||
    right view

    ReplyDelete
  2. सहमत आपसे कर्म से तय होना चाहिए कर्म क्या वह ना -बालिग़ का था जो उस हराम खोर ने किया .

    ReplyDelete