माने मन की बात तो, आज मौज ही मौज |
कल की जाने राम जी, आफत आये *नौज |
आफत आये *नौज, अक्ल से काम कीजिए |
चुन रविकर सद्मार्ग, प्रतिज्ञा आज लीजिये |
रहे नियंत्रित जोश, लगा ले अक्ल दिवाने |
आगे पीछे सोच, कृत्य मत कर मनमाने ||
*ईश्वर ना करे -
सच कहा है दिनेश जी ... जो भी है बस यही इक पल है ... आज है ...
ReplyDeleteबिल्कुल सही
ReplyDeleteबढिया
ये संदेश हमारे लिए है या 70 रुपए के डॉलर संचालकों और 72 वर्षीय आसाराम के लिए है, जो भी जज्ब है।
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