12 September, 2013

ललुवा की लुटिया डुबा, नमो नमो ले बोल-

कलुवा की कलई खुली, पलुवा की भी पोल |
ललुवा की लुटिया डुबा, नमो नमो ले बोल |


नमो नमो ले बोल, महापरिवर्तन आये |

होय व्यवस्था चुस्त, राष्ट्र आगे सरकाए |



मलुवा खलुवा जेल, चाट ना पावे तलुवा |

सारे ठलुवा फेल, भरे फिर भी भौकलुवा ||



4 comments:

  1. ठीक ही कहा है भरे फिर भी भौकलवा।

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  2. न.मो. को नमो नमो करके ही गुजारा है अब तो।

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