12 September, 2013
ललुवा की लुटिया डुबा, नमो नमो ले बोल-
कलुवा की कलई खुली, पलुवा की भी पोल |
ललुवा की लुटिया डुबा, नमो नमो ले बोल |
नमो नमो ले बोल, महापरिवर्तन आये |
होय व्यवस्था चुस्त, राष्ट्र आगे सरकाए |
मलुवा खलुवा जेल, चाट ना पावे तलुवा |
सारे ठलुवा फेल, भरे फिर भी भौकलुवा ||
4 comments:
Harihar (विकेश कुमार बडोला)
13 September 2013 at 01:59
ठीक ही कहा है भरे फिर भी भौकलवा।
Reply
Delete
Replies
Reply
Guzarish
13 September 2013 at 02:22
बहुत खूब
Reply
Delete
Replies
Reply
chakresh singh
13 September 2013 at 09:24
bahot khoob sir
Reply
Delete
Replies
Reply
Asha Joglekar
16 September 2013 at 14:02
न.मो. को नमो नमो करके ही गुजारा है अब तो।
Reply
Delete
Replies
Reply
Add comment
Load more...
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
ठीक ही कहा है भरे फिर भी भौकलवा।
ReplyDeleteबहुत खूब
ReplyDeletebahot khoob sir
ReplyDeleteन.मो. को नमो नमो करके ही गुजारा है अब तो।
ReplyDelete