- नहा खून से हर हर गंगे |
- बहा खून ले, दर दर दंगे |
- भंग व्यवस्था लंगु प्रशासन
- सड़कों पर दुर्दांत लफंगे ।
- जब मारक आघात करें | बोलो किसकी बात करें ॥
- जहाँ प्रवंचक प्रवचन करते ।
- श्रोता मकु तरते ना तरते ।
- लम्बी चौड़ी हांक हांक के
- दारुण दुःख हरते ना हरते -
- हरते सिया बलात धरें । बोलो किसकी बात करें ॥
- करें दिल्लगी दिल्ली वाले ।
- उजला देह कलेजा काले ।
- इक थैली के चट्टे बट्टे -
- करके वादे काम निकाले -
- असहनीय हालात करें । बोलो किसकी बात करें ॥
- नहीं डराती जेल-सलाखें
- कन्याओं को घूरें आँखें ।
- गई शक्ति-मिल दुष्ट क्लीव को
- चाहे जितना चीखें चाखें -
- मनचाहा उत्पात करें । बोलो किसकी बात करें ॥
10 September, 2013
गई शक्ति-मिल दुष्ट क्लीव को -
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
सुन्दर और सटीक प्रस्तुति !!
ReplyDeleteआपकी यह उत्कृष्ट प्रस्तुति कल गुरुवार (12-09-2013) को "ब्लॉग प्रसारण : अंक 114" पर लिंक की गयी है,कृपया पधारे.वहाँ आपका स्वागत है.
ReplyDeletebahut khub.
ReplyDeleteवाकई दुष्ट को शक्ति मिल गई है और वो इसका गलत प्रयोग कर रहा है।
ReplyDeleteबहुत खूब आभार
ReplyDelete