बिन दहेज़ के व्याहता, पत्नी बी टेक पास |
ली थी शैक्षिक लोन पर, नहीं जॉब की आस |
नहीं जॉब की आस, पटा ली मूरख बच्चा |
होवे सफल प्रयास, मिल गया प्रेमी सच्चा |
चुका रहा वो लोन, बाप का खर्च भेज के |
गौण हुई सुख-शान्ति, शादियां बिन दहेज़ के ||
सुन्दर बिम्ब यथार्थ का .
ReplyDeleteबढ़िया।
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