(धनबाद आ गया हूँ-सादर)
भ्रष्टाचारी मर रहे, जियें झूठ के वीर |
क़त्ल कलम करने लगी, जिला रही शमशीर |
जिला रही शमशीर, चोर-कुल जिला-बदर हो |
जो मारे सो मीर, शोर भी अब दमभर हो |
हुआ अराजक राज, करे झूठा मक्कारी |
झूठ-मूठ आह्लाद, मिटा हर भ्रष्टाचारी ||
यह आरी बड़ी तेज चल रही है।
ReplyDeleteसवागत है !
ReplyDeleteकमी खल रही थी !
सुंदर !
बहुत खूब !
ReplyDeleteNew post जापानी शैली तांका में माँ सरस्वती की स्तुति !
सियासत “आप” की !
बहुत सटीक बहुत सुन्दर प्रासंगिक चित्रण .
ReplyDeleteभ्रष्टाचारी मर रहे, जियें झूठ के वीर |
क़त्ल कलम करने लगी, जिला रही शमशीर |
जिला रही शमशीर, चोर-कुल जिला-बदर हो |
जो मारे सो मीर, शोर भी अब दमभर हो |
हुआ अराजक राज, करे झूठा मक्कारी |
झूठ-मूठ आह्लाद, मिटा हर भ्रष्टाचारी ||