तिल तिल कर कातिल मरे, बचे नहीं दुर्दांत |
लूलू लूला लचर लॉ, रहा लबलबा प्रांत |
रहा लबलबा प्रांत, हमारे मारे पी एम् |
वोट बैंक पॉलिटिक्स, करे जय ललिता सी एम् |
ढोल-ढोल में पोल, हँसे आतंकी खिल खिल |
देख पोल आसन्न, हुवे खुश तीनों कातिल ||,
बहुत खूब !
ReplyDeleteबहुत सुंदर प्रस्तुति.
ReplyDeleteइस पोस्ट की चर्चा, शनिवार, दिनांक :- 22/02/2014 को "दुआओं का असर होता है" : चर्चा मंच : चर्चा अंक : 1531 पर.
ये है सीधा छक्का।
ReplyDeleteबहुत बढ़िया..
ReplyDeleteबेहतरीन ..
ReplyDeleteअब क्या कहें..!
ReplyDeletekhoob kholi pol
ReplyDeleteshubhkamnayen