04 February, 2016

पालक है क्या? पूँछता, था भलमानुष एक-

ठेला पर सब्जी रखे, बेंचे बालक नेक |
पालक है क्या? पूँछता, था भलमानुष एक |

था भलमानुष एक, अगर पालक ही होता |
मैं बेचारा बोझ, यहाँ आकर क्यूँ ढोता |

कह रविकर कविराय, कमाऊ पूत अकेला |
पालूं मैं परिवार, लगा सब्जी का ठेला || 

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