बधाई रविकर भाई ,बधाई कुमारी राजेश जी ...... नारी शक्ति :भर लो झोली सम्पूरण से नारी शक्ति :भर लो झोली सम्पूरण से
आधी दुनिया के लिए सम्पूरण -पूरी तरह स्वस्थ रहे आधी दुनिया इसके लिए ज़रूरी है देहयष्टि की बस थोड़ी ज्यादा निगरानी ,रखरखाव की ओर थोड़ा सा ध्यान और .बस पुष्टिकर तत्वों को नजर अंदाज़ न करें .सुखी स्वस्थ परिवार के लिए इन खुराकी सम्पूरकों पर थोड़ा गौर कर लें:
रविकर फैजाबादी चुस्त धुरी परिवार की, पर सब कुछ मत वार | देहयष्टि का ध्यान कर, सेहत घर-संसार | सेहत घर-संसार, स्वस्थ जब खुद न होगी | सन्तति पति घरबार, भला हों कहाँ निरोगी ? संरचना मजबूत, हाजमा ठीक राखिये | सक्रिय रहे दिमाग, पदारथ सकल चाखिये ||
bahut sundar ...abhaar
ReplyDeleteदिनेश रविकर भैया आपका अपास स्नेह और शुभकामनाएं प्राप्त हुई और क्या चाहिए हार्दिक आभार
ReplyDeleteज्योतिपर्व पर दिख रहे, हव्य हृदय उदगार ।
ReplyDeleteरूहानी इल्म के लिए ज़ाहिरी इल्म ज़रूरी है-
राजेश दी को बधाई और शुभकामनाएँ !!
ReplyDeleteबहुत-बहुत बधाई सहित शुभकामनाएं
ReplyDeleteबधाई रविकर भाई ,बधाई कुमारी राजेश जी ......
ReplyDeleteनारी शक्ति :भर लो झोली सम्पूरण से
नारी शक्ति :भर लो झोली सम्पूरण से
आधी दुनिया के लिए सम्पूरण -पूरी तरह स्वस्थ रहे आधी दुनिया इसके लिए ज़रूरी है देहयष्टि की बस थोड़ी ज्यादा निगरानी ,रखरखाव की ओर थोड़ा सा ध्यान और .बस पुष्टिकर तत्वों को नजर अंदाज़ न करें .सुखी स्वस्थ परिवार के लिए इन खुराकी सम्पूरकों पर थोड़ा गौर कर लें:
रविकर फैजाबादी
चुस्त धुरी परिवार की, पर सब कुछ मत वार |
देहयष्टि का ध्यान कर, सेहत घर-संसार |
सेहत घर-संसार, स्वस्थ जब खुद न होगी |
सन्तति पति घरबार, भला हों कहाँ निरोगी ?
संरचना मजबूत, हाजमा ठीक राखिये |
सक्रिय रहे दिमाग, पदारथ सकल चाखिये ||
बधाई,
ReplyDeleteशुभकामनाएं
जो कहें,
हम भी आ जाएं!
राजेश जी और ज्योतिपर्व प्रकाशन को ढेर सारी बधाइयाँ ....
ReplyDeleteरविकर ही नहीं हमको भी सरोकार है
ReplyDeleteआने वाला सामने एक उपहार है
मोतियाँ छाँट कर लाया है ज्योति पर्व
माला गीतों की बनने को तैयार है !
पुस्तक प्रकाशन की हार्दिक बधाई................
ReplyDeleteआपके काव्यात्मक छंद अच्छे लगते हैं.आपकी किताब कब छपेगी.
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