07 March, 2013

सकते में हैं जिंदगी, माँ - बहनों की आज |


सकते में हैं जिंदगी, माँ - बहनों की आज |
प्रश्न चिन्ह सम्बन्ध पर, आय नारि को लाज |

आय नारि को लाज, लाज लुट रही सड़क पर |
दब जाए आवाज, वहीँ पर जाती है मर |

कहीं नहीं महफूज, दुष्ट मिल जाँय बहकते |
बने सुर्खियाँ न्यूज, नहीं कुछ भी कर सकते || 

7 comments:

  1. इन दरिंदों में कितने ही साइकोपैथ (मनोरोगी )हैं इनका इलाज़ होना चाहिए .इनका छुट्टा घूमना समाधान नहीं है .जेल में डालने से भी कुछ नहीं होगा .

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  2. बेशक ,नारी को हर जगह आतंक का निशाना बनाया जा
    रहा है

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  3. बिल्कुल सही कहा आपने .बेह्तरीन अभिव्यक्ति.

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  4. दुखद स्थिति... :(
    ~सादर!!!

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  5. न कोई आयेगा तुमको बचाने
    तुम्हे ही खुद की करना है हिफाजत
    जो अपने आप को करना है साबित
    चुकानी ही पडेगी उसकी कीमत
    रहो तैयार हरदम औ हर कदम
    राह के रोडों को कर दो मार बेदम ।

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  6. नारी को बस चाहिये, ऊर्जा रखे बटोर |
    साहस से वह काम ले,धीरज रखे अथोर||
    धीरज रखे अथोर,कभी मत विचलित होवे |
    वह सब कुछ कर सकती है,यदि धैर्य न खोवे ||
    'पाप-कबाड़' काटने को है' 'पैनी आरी' |
    है आधा संसार,रही है जग में नारी ||
    मित्र!बहुत अच्छी रचना के लिये वधाई के साथ, आज नारी दिवस हेतु शुभकामना !!

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  7. बेहद प्रभाव साली रचना और आपकी रचना देख कर मन आनंदित हो उठा बहुत खूब

    आप मेरे भी ब्लॉग का अनुसरण करे

    आज की मेरी नई रचना आपके विचारो के इंतजार में

    तुम मुझ पर ऐतबार करो ।

    .

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