20 August, 2013

बायल सारे वार, निगाहें माँ-पुत्तर पर-

गूढ़ोत्तर स्वातन्त्र्य का, नित देता है क्लेश |
अजब कश्मकश में दिखे, मोहन-मोदी देश | 

मोहन-मोदी देश, दलाली लाली लाये |
आबादी निर्बुद्धि, जाति सरकार बनाये | 

बायल सारे वार, निगाहें माँ-पुत्तर
पर |
फिर से बंटाधार, यही रविकर गूढोत्तर ||

4 comments:

  1. बायल सारे वार, निगाहें माँ-पुत्तर पर |
    फिर से बंटाधार, यही रविकर गूढोत्तर ||

    दोनों भागेंगे इटली तू चिंता न कर

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