वाह क्या बात! बहुत ख़ूब!इसी मोड़ से गुज़रा है फिर कोई नौजवाँ और कुछ नहीं
बहुत जोरदार।
बहुत सुंदर !
वाह! वाह! वाह!
बहुत उम्दा प्रस्तुति...बहुत बहुत बधाई...नयी पोस्ट@ग़ज़ल-जा रहा है जिधर बेखबर आदमी
वाह क्या बात! बहुत ख़ूब!
ReplyDeleteइसी मोड़ से गुज़रा है फिर कोई नौजवाँ और कुछ नहीं
बहुत जोरदार।
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ReplyDeleteबहुत उम्दा प्रस्तुति...बहुत बहुत बधाई...
ReplyDeleteनयी पोस्ट@ग़ज़ल-जा रहा है जिधर बेखबर आदमी